Monday, June 7, 2010

मोहब्बत की दुनिया

आज चारो तरफ मोहब्बत का साया छाया हुआ है सबको सिर्फ प्यार ही नज़र आता है चाहे इंसान कैसा भी हो इन्सान को कोई पहचानता नहीं है सिर्फ इंसान की शकल पर ही विश्वास कर लेते है लेकिन यह कोई नहीं जनता की खूबसूरत चेरा कितना दर्द देता है खूबसूरत चेहरे के पीछे ही इंसान अपनी जिंदगी बिगाड लेता है लेकिन यह नहीं जनता की हमारी जिंदगी कितनी ज़रूरी होती है मोहब्बत के चक्कर में परेंट्स भी बुरे लगने लगते है जो अपनी जगह सही होते है लेकिन युवा वर्ग को कोण समझाए उनके दिमाग में तो सिर्फ प्यार के अलावा कुछ है ही नहीं आज यदि देखा जाया तोह युवा वर्ग की जिंदगी मोहब्बत के चक्कर में बिगडती जा रही है जो पुरे केर्रेर को बर्बाद कर देती है जिसमे इंसान को आशुओ के अलावा कुछ नहीं मिलता है यह कहानी आज की ही नहीं है बल्कि पुराने समय से चली आ रही है न जाने कितने लोगो ने मोहब्बत में अपनी जिंदगी बर्बाद की है परेंट्स बच्चो को दूर पड़ने के लिए भेज देते है लेकिन यह नहीं जानते की हमारे बच्चे क्या गुल खिला रहे है क्या वो माँ बाप का सपना पूरा कर रहे है या माँ बाप का सपना चूर चूर कर रहे है यही कहानी है आज की दुनिया की भियो अगर अज आपको कुछ करना है तोह खूबसूरत चेहरे को छोड़ दीजिये और आगे बड़ते रहिये ताकि कुछ अच्छा परेंट्स के लिए हम कर सके और हमारे परेंट्स हमारे लिए खुश हो सके जय हिंद

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