Tuesday, October 13, 2009
चिंता चिता से बुरी होती है
कहते है चिंता चिता से बुरी होती है यह बात बहुत सत्य है यदि इंसान को किसी की भी चिंता लग जाए तोह वह हमेशा चिंतीत रहता है बच्चे एजूकेशन पुरी करते है सोचते है नौकरी मिल जायेगी लेकिन ऐसा होता नही है परेंट्स चाहते है हमारा बच्चा बड़ा हो और नौकरी करे लेकिन ऐसा कहा सम्भव है क्युकी हर किसी की चाहत अलग अलग होती है ज़रूरी नही जो परेंट्स चाहे वही बच्चा करे बच्चे की भी अपनी जिंदगी होती एजूकेशन के समय हमारी सोच ऐसी होती है की हम सही फैसले नही ले पते लेकिन इसका मतलव यह नही की हमे कुछ आता एजूकेशन के समय में हर चोटी बात चिंता का कारन बन जाती है बच्चे को पढ़ते रहना चाहिए परेंट्स का कोई दबाव नही होना तभी वह सही तरह से पडी कर पायेगा और आगे बढेगा क्युकी आज के समय में परेंट्स की बात भी बच्चो को अच्छी नही लगती और इस तरह वो सोचते रहते है की हम क्या करे और सही फ़ैसला नही ले पाते इसलिए मेरा मानना है की चिंता चिता से बुरी होती है
Monday, October 12, 2009
शिक्षा का महत्व
आज के समय में शिक्षा का बहुत महत्व है शिक्षा यदि इन्सान के पास नही तो वह कुछ नही कर सकता सभी के लिए ज़रूरी है की शिक्षा का ज्ञान अवाय्शय ले क्युकी शिक्षा इंसान के लिए उतनी ही महतवपूर्ण है जितना खाना भारत जैसे देश में आज भी लोग बेरोजगार है इस बेरोजगारी की वजह यही है की वेह लोग साक्षर नही है
यदि हम भारत को विकसित करना चाहते है तो हमे संकल्फ़ लेना होगा की कोई भी शिक्षा के बगेर अधुरा न रह जाए क्युकी शिक्षा वह है जो हर इंसान को रोजगार दिलाएगी और भारत देश को आगे बढाएगी आज हर जगह बेरोजगारी दिखाई देती है तब देखकर ऐसा लगता है की हम कितने पानी में है हमारा देश इतनी तरक्की करने के बावजूद भी बेरोजगारी को ख़तम नही कर पा रहा समझ नही आता कमी क्या है कब हम अपने आप को विकसित पाएंगे कही यह सपना तो नही रह जाएगा
यदि हम भारत को विकसित करना चाहते है तो हमे संकल्फ़ लेना होगा की कोई भी शिक्षा के बगेर अधुरा न रह जाए क्युकी शिक्षा वह है जो हर इंसान को रोजगार दिलाएगी और भारत देश को आगे बढाएगी आज हर जगह बेरोजगारी दिखाई देती है तब देखकर ऐसा लगता है की हम कितने पानी में है हमारा देश इतनी तरक्की करने के बावजूद भी बेरोजगारी को ख़तम नही कर पा रहा समझ नही आता कमी क्या है कब हम अपने आप को विकसित पाएंगे कही यह सपना तो नही रह जाएगा
Thursday, October 1, 2009
करियर की चिंता
मेरे मॉस कॉम के तीन साल पुरे होने वाले है अब मुझे सिर्फ़ अपने करियर की चिंता रहती है में क्रीम रिपोर्टर बनना चाहती हु सोचती हु पहले छोटा मोटा कम कर लू तभी मेरा सपना पुरा हो पायेगा कहते है न ज़रूरी नही जो हम चाहे वो हमे मिल जाए कुछ पाने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है तभी हम कोई चीज हासिल कर पाते है मुझे अपने करियर को लेकर बहुत चिंता है बस यही सोचती हु कही जॉब मिल जाए तभी मेरी थोडी बहुत चिंता ख़तम होगी कही पर कुछ करना चाहती हु फ्री नही baithna चाहती बस bhagwan से यही दुआ है मेरे दिल की bat पूरी कर दे मेरा करियर bana दे में mehnat karungi
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